जन औषधि केंद्र खोलकर कमाई के साथ करें समाज सेवा, सरकार दे रही है 2.5 लाख रुपये का अनुदान
जनता को यह समझना चाहिए कि ब्रांडेड मेडिसिन की तुलना में जेनेरिक मेडिसिन कम मूल्य पर उपलब्ध हैं साथ ही इसकी क्वालिटी में किसी तरह की कमी नहीं है.
जन औषधि केंद्र का संचालन करने के लिए आपको दवा की एमआरपी पर टैक्स के अलावा 20 फीसदी का मुनाफा दिया जाएगा.
जन औषधि केंद्र का संचालन करने के लिए आपको दवा की एमआरपी पर टैक्स के अलावा 20 फीसदी का मुनाफा दिया जाएगा.
एक आम आदमी के बजट का बड़ा हिस्सा इलाज और दवा पर खर्च होता है. आम आदमी पर दवा के खर्च को कम करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 जुलाई, 2015 को जन औषधि योजना शुरू की थी. इस योजना में सरकार द्वारा उच्च गुणमवत्ता वाली जैनरिक (Generic) दवाओं के दाम बाजार मूल्य से कम किए जा रहें है. सरकार द्वारा 'जन औषधि स्टोर' बनाए गए हैं, जहां जेनरिक दवाइयां उपलब्ध करवाई जा रही हैं.
जेनरिक दवाईयां ब्रांडेड या फार्मा की दवाइयों के मुकाबले सस्ती होती हैं. जनता को यह समझना चाहिए कि ब्रांडेड मेडिसिन की तुलना में जेनेरिक मेडिसिन कम मूल्य पर उपलब्ध हैं साथ ही इसकी क्वालिटी में किसी तरह की कमी नहीं है. जैनरिक दवाएं मार्केट में मौजूद हैं जिन्हें आसानी से प्राप्त किया जा सकता हैं. इस योजना में आम नागरिकों को बाजार से 60 से 70 फीसदी कम कीमत पर दवाइयां मुहैया कराने के उद्देश्य से केंद्र सरकार जल्द ही देशभर में 1000 से ज्यादा जन औषधि केंद्र खोलेगी.
आप भी खोल सकते हैं मेडिकल स्टोर
जन औषधि केंद्र शुरू करने के लिए कोई भी व्यक्ति आवेदन कर सकता है. आप भारत देश के नागरिक होने चाहिए. हॉस्पिटल, गैर सरकारी संगठन, फार्मासिस्ट, डॉक्टर समेत आमजन औषधि केंद्र खोल सकते हैं. अगर आप एससी/एसटी श्रेणी या दिव्यांग वर्ग से हैं भारत सरकार आपको 50,000 रुपये की आर्थिक मदद भी करेगी.
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जरूरी दस्तावेज
अगर आप जन औषधि केंद्र के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आपके पास पैन कार्ड होना आवश्यक है. अगर आप किसी हॉस्पिटल एवं NGO के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आपको संस्था का रजिस्ट्रेशन के प्रमाण पत्र और पैन कार्ड की जरूरत होगी. मेडिकल स्टोर खोलने के लिए 10 स्क्वायर फुट की जगह या तो खुद की या फिर किराए की होनी चाहिए.
इस तरह करें ऑनलाइन आवेदन
अगर आप जन औषधि केंद्र के लिए ऑनलाइन आवदेन करना चाहते हैं तो आपको http://janaushadhi.gov.in/index.aspx पर क्लिक करें. क्लिक करने पर आपके सामने Bureau of Pharma PSUs of India (BPPI) का पेज खुल जाएगा. इस पेज के ऊपर कई ऑप्शन दिए हुए हैं, जिनमें एक ऑप्शन रजिस्ट्रेशन का है. रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करने पर आपके सामने कई ऑप्शन आएंगे. इसमें ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन और ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन के ऑप्शन दिखाई देंगे. साथ ही जन औषधि केंद्र खोजने की गाइड लाइंस भी यहां दी गई हैं.
ऑनलाइन एप्लाई करने पर जैसे ही आप क्लिक करेंगे आपके सामने लॉगइन का ऑप्शन आएगा. इसमें जाने से पहले आपको अपना यहां रजिस्ट्रेशन करना होगा, जिसका ऑप्शन लॉगइन के ठीक नीचे दिया हुआ है. रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करने पर आपको नाम, मोबाइल नंबर, जन्मतिथि आदि जैसी सूचनाएं भरनी होंगी. इसके बाद आप जन औषधि केंद्र का आवेदन करने के लिए रजिस्टर्ड हो जाएंगे. पूरी प्रक्रिया के बाद आपको अपना आधार नंबर डालना पड़ेंगा आपको अपना आधार नंबर सत्यापित करवाना होगा. वेरीफाई के OTP ऑप्शन के चुन सकते हैं. यहां एक फार्म खुलेगा, जिसे भरकर सबमिट करा दें और एक प्रिंट ले लें. इस प्रिंट को लेकर Bureau of Pharma PSU of India (BPPI) में 2000 रुपये की फीस के साथ रजिस्ट्रेशन कराना होगा. उसके बाद विलेज लेवल एंटरप्रेन्योर (वीएलई) में लाइसेंस लेना होगा.
यहां से लाइसेंस लेने के बाद आप खुद का मेडिकल स्टोर खोल सकते हैं.
क्या है फायदा
जन औषधि केंद्र का संचालन करने के लिए आपको दवा की एमआरपी पर टैक्स के अलावा 20 फीसदी का मुनाफा दिया जाएगा. खास बात ये है कि जन औषधि केंद्र खोलने के लिए सरकार प्रोत्साहन राशि भी दे रही है. यह राशि मासिक बिक्री के 15 फीसदी की दर से मिलती है और कम से कम आपको 10 हजार रुपये महीने के मिलेंगे.
10:16 AM IST